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नगर पालिका पांढुरना:- पांढुरना शहर छिन्दवाडा जिले की एक तहसील है। जिसमे नगर पालिका का उत्कृष्ठ स्थान है। नगर पालिका पांढुरना की स्थापना मई सन 1867 को हुई है। नगर पालिका ने अपनी स्थापना से लेकर वर्तमान तक बहोत से विकास कार्य किये है। जिसमे नगर पालिका के शहरीकरण से लेकर नगर पालिका के आर्थिक सुदृढीकरण तक। वर्तमान पांढुरना नगर पालिका का जिले मे एक मुख्य स्थान है। वर्तमान नगर पालिका पांढुरना की जनसंख्या 2011 की जनगणनानुसार 45479 है। जिसमे से पुरूष 23401 तथा महिलाओ की आबादी 22055 है। नगर पालिका क्षेत्र मे भिन्न-भिन्न प्रकार के शासकिय कार्यालय तथा अशासकिय कार्यालय आते है।
जैसे तहसील कार्यालय, कोर्ट (न्यायालय) कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी तथा विभिन्न शासकिय तथा अर्द्धशासकिय एवं अशासकिय स्कुल एवं कालेज एवं अन्य कार्यालय आते है। पांढुरना नगर पालिका क्षेत्र मे विभिन्न जाति एवं धर्म के लोग निवास करते है। जैसे हिन्दु,मुस्लीम,सिख,ईसाई, बौद्ध आदि साथ ही विभिन्न बोलीयां क्षेत्रियता के आधार पर बोली जाति मराठी हिन्दी, कोष्टी, गोंडी आदि भाषाए बोली जाती है।
नगर पालिका पांढुरना विकास के क्षेत्र मे जिले मे अग्रणी माना जाता है यहा पर नगर के मध्य से बहने वाला जाम तथा लेंडी पांढुरना नगर की शोभा को चारचांद लगाता है। यदी वास्तविक रूप से देखा जाये तो पांढुरना नगर की सीमा वार्ड क्र. 01 हनुमन्ती वार्ड से लेकर वार्ड क्र. 30 शंकर नगर तक चारो ओर फैली है। जिसका पूर्ण रूप से विकास कार्य नगर पालिका के द्वारा किया जाता हैं पांढुरना शहर बहोत ही शांतीप्रीय एवं धार्मीक है। तथा आये दिन यंहा पर विभिन्न त्योहारो को नगर की जनता बहोत की हर्षोल्लास के साथ मनाती है।
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